जमातियों को चेतावनी / मरकज जाने वाले खुद आएं सामने, नहीं तो होगी कड़ी कार्रवाई



काेरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए तमाम कोशिशें जारी हैं। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए पुलिस ने साफ कर दिया है कि जो भी लोग एक मार्च के बाद मरकज गए, वो खुद से पुलिस के सामने आएं। अपने स्थानीय थाने पहुंच मामले की सूचना दें, वरना ऐसा नहीं करने और जानकारी छिपाने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही पुलिस ने सभी अस्पतालों से अपील की है कि जो भी कोविड 19 पॉजिटिव मरीज को भर्ती करें वे इसकी सूचना हेल्थ डिपार्टमेंट या फिर इस बीमारी से लड़ रहे अधिकृत अस्पताल को सूचना दे। 
पुलिस से लेकर प्रशासन अपनी तरफ से इस बीमारी और संक्रमण से पार पाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है। वहीं, दूसरी तरफ इस पूरी घटना के पीछे मरकज के अलावा कौन लोग जिम्मेदार हैं, इसे लेकर भी पुलिस की आंतरिक जांच करायी गई है। पूरे मामले की स्थिति से उप राज्यपाल को अवगत कराया गया है। पुलिस सूत्रों की ओर से दावा किया गया है इस मामले में स्थानीय थानाध्यक्ष मुकेश वालिया पर गाज गिरना लगभग तय है। बेशक उन्होंने अपने सीनियर अफसरों से पूरे मामले को लेकर अवगत करवा रखा था, लेकिन लोकल थाना होने की वजह से इस पूरी लापरवाही की जिम्मेदारी उनके सिर बंधनी तय है। इस पूरे एपिसोड में उनकी कुर्सी जानी निश्चित है।


दावा: स्थानीय थानाध्यक्ष मुकेश वालिया पर गाज गिरना तय 


पुलिस सूत्रों की ओर से बताया गया है निजामुदीन में मरकज सेंटर पहुंचने वाले देशी और विदेशी सभी लोगों के बारे में स्थानीय पुलिस के पास जानकारी रहती है। क्योंकि यहां पर विदेशों से भी लोग पहुंचते हैं, इसलिए यह सेंटर हमेशा ही स्पेशल ब्रांच और आईबी कर्मियाें की निगरानी का केंद्र बना रहता है। जहां से जुटायी गई गोपनीय जानकारी से निरंतर स्थानीय पुलिस निजामुदीन थाने को अवगत कराया जाता रहता है।


समय रहते नहीं की गई सख्त से कार्रवाई


दिल्ली सरकार द्वारा एक जगह पचास लोगों के एकत्रित होने के आदेश को लेकर मरकज के मौलाना मोहम्मद साद ने तो ढूलमूल रवैया अख्तियार किया ही, साथ में स्थानीय पुलिस की भूमिका भी लापरवाही बरतने वाली रही। समय रहते सख्त से कार्रवाई नहीं की गई, जिसका खामियाजा देशभर के लोगों को भुगतना पड़ा


संक्रमण फैलाने का जिम्मेदार ठहराकर साद पर कड़ी कार्रवाई कर सकती क्राइम ब्रांच 


पुलिस सूत्रों की ओर से यह भी बताया गया है कि अभी तक क्राइम ब्रांच ने जो भी धाराएं लगायी हैं, वे सभी जमानती अपराध के अर्न्तगत आती हैं। इस स्थिति में मौलाना की गिरफ्तारी अधिकारिक तौर पर होती है तो उसे आसानी से जमानत मिल जाएगी। यह अलग बात है कि इतनी लोगों की जान जानें और कारोना वायरस का संक्रमण फैलाने के लिए मौलाना को जिम्मेदार ठहराते हुए क्राइम ब्रांच आने वाले दिनों में कोई ठोस साक्ष्य मिल जाने पर गैर जमानती धाराएं इस केस में शामिल कर मौलाना साद पर शिकंजा कसे। क्राइम ब्रांच मरकज को फंडिग कहां से होती थी, इसे जानने के लिए उससे बैंक से सम्बंधित तमाम सवालों के जवाब पूछे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कहीं पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नाम की संस्था से तो मरकज को फंडिंग तो नहीं हो रही थी।